गीता सार

गीता सार

         गीता सार ꧁𝒬☞︎︎︎♔︎♔︎♔︎☜︎︎︎𝒬꧂ १. ☞︎︎︎ सदैव धर्म-अधर्म का चिंतन कर भगवान के आदेशानुसार जीवन जियूँगा। २. ☞︎︎︎ भगवान के आदेशों के लिए गीता माता और अपनी अंतरात्मा की आवाज़ की शरण लूँगा। ३. ☞︎︎︎ बुद्धि को आत्मानुगामिनी बनाकर सतत् सबकी उन्नति के लिए कार्य करने के...
🙏🙏दुख से कैसे छुटकारा पाएं🙏🙏

🙏🙏दुख से कैसे छुटकारा पाएं🙏🙏

🙏🙏दुख से कैसे छुटकारा पाएं🙏🙏 सुखी होने का रहस्य👈सबकी निःस्वार्थ भाव से सेवा करें,, परंतु उम्मीद सिर्फ “ईश्वर” के सिवाय किसी और से ना करें… 👉यह उम्मीद ही “दुखों” का कारण बनता है,, हमारा बच्चा है तो उससे बहुत सी उम्मीदें हमारी होती है.. अगर वह उम्मीद पूरी नहीं हुई तो...
गीता माता फाउंडेशन द्वारा पहला ब्लॉग

गीता माता फाउंडेशन द्वारा पहला ब्लॉग

  मनुष्य का परम धर्म है कि वह सत्य को खोजें और उसे ही प्राप्त करें। आत्मा आपसे केवल इतनी ही अपेक्षा करती है कि आप उसके प्रति श्रद्धालु और आस्थावान बने रहें, अन्य अनित्य वस्तुओं से उसकी तुलना अपमान ना करें। मनुष्य मन प्राण अथवा शरीर की तुलना में उसको हेय समझने लगता है...
“सामना” अखबार, मुंबई  में प्रकाशित गीता माता की भूमिका 🙏🙏

“सामना” अखबार, मुंबई में प्रकाशित गीता माता की भूमिका 🙏🙏

" गीता माता " 🙏🙏 भगवत गीता देशकाल से परे का ग्रंथ है | आज के युग की  संकीर्ण मानसिकता को विकसित करने वाला महान प्रकाश स्तंभ है | भूमिका बताकर भगवान की दिव्य वाणी को, सूर्य को दीपक से दिखलाने का एक बचकाना प्रयत्न होगा | हर्ष प्रतीत होता है कहते वक्त कि श्री...
मानसिक चोर

मानसिक चोर

साधन सम्पन्न का पतन होते ही समाज में उसकी असहनीय अप्रतिष्ठा होने लगती है। लोग पहले जितना उसका मान सम्मान और आदर सत्कार किया करते थे, उसी अनुपात से अवमानना करने लगते है। आदर पाकर अपमान मिलने पर कितनी पीड़ा कितना दुख और कितना आत्म संताप मिलता होगा, इसको तो कोई भुक्त...